कोरोना (लॉक डाउन)
कोरोना (लॉक डाउन)
हवा साफ है, पानी चमकदार है
जानवर हैरान हैं, सड़के वीरान हैं।
बाहर सूक्ष्म जीव विचरण कर रहे,
बड़े बड़े घंटे बजाने को तैयार हैं।
अभी भी कुछ बड़बोल बोल रहे,
माफी और आभार की दरकार है।
हम तुम्हारी हरकते देख रहे,
तुम्हे भी तो हर वक्त हमारा दीदार है।
धर्म, जाति को छोड़ के,
आओ मिल बैठे और सोचे,
कि आने वाली संतानों को,
कैसी दुनिया का इंतजार है।