खुदा का कोई जादू है।
खुदा का कोई जादू है।
एक चेहरा है
जो मेरे ख्वाबों में आता है,
यूं तो उससे मेरा दुनिया के लिए कुछ
नाता नहीं है,
लेकिन फिर भी अंधेरे में वो रोशनी सा
क्यू है,
मैं जो कभी यूं टूट के बिखरूं,
वो मेरी परछाई बनकर मुझे थाम लेता है,
में जब तन्हा बिलखकर रोना भी चाहूं,
तो वो दिल का दरवाजा यूं सुकून से
खटखटा देता है,
शायद यह खुदा का कोई जादू है,
जो एक लम्हे में हजार दफा उससे रुबरु करवा
देता है।