कहानी एक लड़की की
कहानी एक लड़की की
जिसके पैदा होने से पहले ही
उसकी पहचान की जाए
उसकी पहचान मिटाई जाए
जिसे मां की कोख भी न मिले
जिसे उसी में खत्म किया जाए
कुछ ऐसी है कहानी उसकी।
घर में कभी बराबरी मिले नही
सभी काम उसके लिए बांटे गए
घर के काम उसके हिस्से आए
बाहर के काम उससे छिने गए
हर काम में ऊंच नीच जिसे मिल जाए
कुछ ऐसी है कहानी उसकी।
शिक्षा से जिसे वंचित रखे
घर के बाहर न कदम रखने दे
हर राह, हर सपने को वो पूरा न कर पाए
बाल मजदूरी करने को मजबूर हो जाए
बाल विवाह का शिकार जो बन जाए
कुछ ऐसी है कहानी उसकी।
घर भर को भरके रखे
हर एक का ख्याल रखे
किसी को दुख ना होने दे
सबके चेहरे पर मुस्कान रखे
बस! अपना ना ख्याल रखे
कुछ ऐसी है कहानी एक लड़की की।
