श्याम का रंग
श्याम का रंग
तुम संग लागे,ये मन बैरागी,
कोई और रंग हमें चाहिए नहीं।
श्याम तेरी ऐसी लागी लगन,
राधा रानी और किसी की दीवानी नहीं।
तेरे नाम का रंग है चढ़ा,
हर रंग से गहरा,
तेरे प्रेम का ऋण है चढ़ा,
हर जन्म से प्यारा।
ए कान्हा!तेरी रूहानी रंगत,
मेरी रूह में बस गई,
तेरे प्रेम की खुशबू,
हर सांस में घुल गई।

