नारंगी सी चमक
नारंगी सी चमक
हज़ारों वर्षों के तप के बाद
जब दर्शन शिव ने दिए थे
माता पार्वती के नैन
नई ऊर्जा की चमक में भरे थे।
उन्हें अपनी आदि शक्ति
होने का ना हुआ था ज्ञान
तप, त्याग और तांडव से
अब हुआ था वो ज्ञान।
तप की अग्नि में जलकर
उन्होंने खुद को चमकाया था
त्याग की मूरत बन
समस्त संसार को ज्ञान का बोध कराया था।
नारंगी अवतार में
वो ज्ञान और शक्ति का प्रतीक बनी
वो पाकर ज्ञान सारा
समस्त विश्व की मां जगतजन्नी बनी।