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DR ARUN KUMAR SHASTRI

Tragedy

4  

DR ARUN KUMAR SHASTRI

Tragedy

महामारी अरु लौक्डोन

महामारी अरु लौक्डोन

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रोज़ी रोटी की खातिर 

हम निकला था परदेस। 

साथ लिए थे बीबी बच्चा 

भूल के अपना देस। 

महामारी के चलते भइया 

नौकरी अपनी छूटी। 

बीच डगर मा आइके भैया 

हमरी हिम्मत टूटी।

रोजी रोटी धेला पइसा 

जमा पूंजिया , सब 

कछु दिया गँवाये ।

लॉकडाऊन के चलते भइया 

हम खुली सड़क पर आये।

सब कछु दिया गँवाये, के 

अन्तड़ि लागी सोर मचाने। 

हालत पतली हो गई अबके 

हमरी , तबहिं देस को भाजे। 

ट्रांसपोरट तो मिली न हमका 

छक्का रेल बनाई, बीबी बच्चा 

लिए साथ मा पैदल घर कु जाएँ। 


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