दर्द
दर्द
अब और न संभालो मेरे हबीबो, रहने दो !
मुझे क़ातिल के हवाले कर दो, वहीं रहने दो !
सुना है आते रहेंगे खबर लेने वो हमारी हर शब
चरागारो कमबख्त अब ये इलाज़ रहने दो !
निकला है जो तीर मेरे ज़ख्म -ए -जिग़र से
वो उनकी अदा हैं, उसे वही रहने दो !
अब इस दिल का हम भी क्या करेंगे दोस्तों
उन्ही के काम आएगा, उन्ही के पास रहने दो !
हमारी हार के चर्चे फैले थे हर तरफ,
वो जीत कर भी कहते रहे, मज़ाक रहने दो !
उनकी रुसवाइयों का डर इस कदर सता गया
हम खुद ही पहुंचे मक़तल, उनसे कहा रहने दो !
क्या हुआ के जब से कलम पकड़ी हैं "भावेश"
बस यही एक काम हैं और बाकी काम रहने दो !