कौन है रावण यहाँ
कौन है रावण यहाँ


दशहरा मन रहा,
जलने को रावण तैयार है।
लोगों की भीड़,
जोश से है भरी हुई।
बुराई की करेगें हार,
बस यही कह रही।
पूछे कोई इनसे,
रावण को जो मार दे।
ऐसा कौन यहाँ श्रीराम है,
किस में इतनी ताकत,
किसमें इतना ठहराव है।
हर कोई तो रावण
बना हुआ है यहाँ
लूटने को दूसरे को
हर वक़्त है खड़ा हुआ।
रावण भी जलने से
पहले है यही सोचता
तुममें और मुझमें है फर्क क्या।