अभी बाकी है
अभी बाकी है
जो कह ना सके हम तुझ से
वो बात अब भी बाकी है
हाँ हो ना सकी जो तुझ से
वो मुलाक़ात अब भी बाकी है
आनी थी इन होठों पे
जो मुस्कान वो अब भी बाकी है
कहने को तो कट जायेगी
ज़िन्दगी हाँ यू ही...
पर तेरे साथ जो गुजारनी थी
वो एक शाम अब भी बाकी है
जो लिख ना सका तुझ को
मेरा वो पैगाम अब भी बाकी है