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नमिता गुप्ता 'मनसी'

Abstract Romance Others

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नमिता गुप्ता 'मनसी'

Abstract Romance Others

...कैसे न एहसास लिखूं !

...कैसे न एहसास लिखूं !

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लम्हा-लम्हा खोया है ..

बस, एक उस पल को जीने को ,

..तो बोलो..कैसे न जज्बात लिखूं !!


दूर होकर भी..

छू जाते हो मन को ,

..तो बोलो..कैसे न एहसास लिखूं !!


अकसर जीती हूं लहरों को

मैं कागज़ की नावों से ,

तो बोलो कैसे न बरसात लिखूं !!


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