जो होना था
जो होना था


जो होना था हो गया
जो होना था
वो तो हो ही गया
अब पछताने से
कुछ हाथ तो आयेगा ही नहीं
जो समझता नहीं
उसे समझने से क्या
आपकी ऊर्जा और
समय ही नष्ट होना है
और किसी का कुछ नहीं खोना है
जो खोता है
वही खोने की एहमियत समझता है
जिसने खोया नही जिंदगी में कुछ
वो कभी समझ ही नहीं पायेगा
आपको और आपके हालातों को
इसलिये इस पर न सोचें
की ऐसा क्यों हुआ
अब ये सोचे
जो होना था हो चुका
अब क्या कर सकते है
ये सोचे तो देखे
हालात कैसे बदलते है
और आपकी जिन्दगी में रंग कैसे भरते है