जमीन हमारी न होनी चाहिए
जमीन हमारी न होनी चाहिए
चला लो बस या ट्रेन चीन, पाकिस्तान,
जमीन हमारी न होनी चाहिए।
खूब बढ़ाओ दोस्ती पाक तुम चीन,
हमें कोई एतराज़ नहीं।
कर्जे से हथियार लो तुम चीन,
न भिड़ना संगीन हमारी न होनी चाहिए।
हथियार कर पाओगे तुम,
खुद तीसमार न समझ लेना।
लेंगे छिन पाओगे जंहा छिपो ,
दूरबीन हमारी न होनी चाहिए।
डूब चुके तुम ले कर्जा चीन,
जमीन भी अपनी बेच दी।
दगाबाज न मिलेगा ठिकाना तुमको,
आस्तीन हमारी न होनी चाहिए।
बैठा लो तालमेल अपनी सरकार,
सेना आकाओ नेताओ पहले।
गाना नहीं राग कश्मीरी भूल के ,
दोस्ती हमारी मलिन न होनी चाहिए।
फंस गए हो तुम चीन चंगुल,
कभी निकल न पाओगे।
बेवफ़ा तुम्हारा हो भला मगर,
दिन दुर्दिन हमारी न होनी चाहिए।
छोड़कर सारी दुश्वारियां मिलोगे गले,
भर लेंगे बाहों दिल है बड़ा हमारा।
न छोड़ोगे आतंक कश्मीर पुराण,
मौसमें हसीन तुम्हारी न होनी।