जज़्बात
जज़्बात
मेरे मन में
तुम्हारे सवाल ऐसे गुंजते है
कि उनका जवाब दे पाना
कितना मुश्किल हो जाता
फिर चाहे वो गम का पल हो
या ख़ुशी का अफसाना
इनको तुम में ढूँढना और
तुम्हारे जज़्बातों को समझाना
मेरे लिए आसान कहाँ होता है
फिर माना कि
तुम्हारे ख़यालों में खोना
और फिर तुम्हारे लिए आये सवालों को
जागती रातो में खुद से पूछना
कि क्या तुम्हें भी ऐसे
जज़्बात आते होगे
जो तुमको मेरे करीब लाते होगें ...