STORYMIRROR

Tanha Shayar Hu Yash

Romance Tragedy Classics

4  

Tanha Shayar Hu Yash

Romance Tragedy Classics

ज़िंदगी यूँ इम्तिहान लेगी

ज़िंदगी यूँ इम्तिहान लेगी

1 min
279

मुझे क्या पता था 

ज़िंदगी यूँ इम्तिहान लेगी 

मुस्कुराहट लेगी गम देगी  

सांस देकर मेरी जान लेगी। 

 

हसीन होंगे मेरे सपने  

ऐसे ज़िंदगी मुझे आदाब देगी

मंज़िल देगी राह लेगी 

मुसाफिर बनाकर मेरी जान लेगी। 

 

चाँद में तेरा चेहरा चमकता है 

ऐसे मुझे चांदनी देगी

जागी रात लेगी फिर दिन देगी  

नींदे उड़ाकर मेरी जान लेगी। 

 

हर तरफ अहसास तुम्हारा है  

ज़िंदगी यूँ मेरी खबर लेगी

एक दिन आग देगी राख देगी  

कहनी मेरी अंत तक साथ लेगी। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance