जिंदगी चल रही
जिंदगी चल रही
एक खुशहाल परिवार था ऐसा
जहां पति पत्नी और बच्चे थे
रिश्ता मजबूत था काफी उनका
उस रिश्तो में दोनों ही सच्चै थे
लोगों शादी में खूबसूरती दिखतीं
रिश्ते निभाना उनकों खूब आता था
वक्त के साथ नोकझोक बढ़ती रहीं पर
इसमें लोगों का कुछ नहीं जाता था
अब पति को किसी और से प्यार हुआ
सब कुछ छोड़ कर वो जाने लगा
रिश्ते ही बोझ बन रहे थे दोनों में
पूछने पर वो कुछ ऐसा बताने लगा
पत्नी ने अकेले संभाल परिवार अपना
खुद को आदर्श माँ बना रहीं थीं
मुस्कुराती थीं अपने बच्चों के सामने
पर कहीं ना कहीं गम को छुपा रहीं थी
ऊँचे लोगों में नाम बनाया है उसने
अब सब भूलाकर वो आगे बढ़ रही है
किसी के जाने से सासे नहीं रूकती
जिंदगी है जो किसी तरह चल रही है।