जीवन जी पाओगे
जीवन जी पाओगे
जग अपना है यदि तुम गले लगाओगे
इस मधुबन को निश्चय ही महकाओगे
आपस मे मिलना सीखो
कलियो से खिलना सीखो
कोई ऐसा प्रश्न नही हल ना जो कर पाओगे
कुछ नूतन परिवेश अगर ला पाओगे
इस मधुबन को निश्चय ही महकाओगे
फूलो से हंसना सीखो
कांटो से बचना सीखो
लहरो की चंचलता लो
किरनो की ले सुन्दरता
मुट्ठी भर मुस्कान अगर बिखराओगे
इस मधुबन को निश्चय ही महकाओगे