फूलों की तरह गर रोज़ खिलना है तो रोज़ मुरझाना होगा रोज़ टूट जाना होगा। फूलों की तरह गर रोज़ खिलना है तो रोज़ मुरझाना होगा रोज़ टूट जाना होगा।
लडकी खिलती ताे पिता के आँगन में ही है... फिर भी उसे जहाॅं वह खिली वाे आँगन छाेडकर दुसरे आँगन जाना हा... लडकी खिलती ताे पिता के आँगन में ही है... फिर भी उसे जहाॅं वह खिली वाे आँगन छाेडक...
कोमल- कोमल कलियों का खिलना मुझको अच्छा लगता है । कोमल- कोमल कलियों का खिलना मुझको अच्छा लगता है ।
कभी सेज पर, कभी कफ़न पर कभी हवन में ज्वलित होना कभी सेज पर, कभी कफ़न पर कभी हवन में ज्वलित होना
कोई ऐसा प्रश्न नही हल ना जो कर पाओगे, कुछ नूतन परिवेश अगर ला पाओगे, इस मधुबन को निश्चय ही महकाओगे... कोई ऐसा प्रश्न नही हल ना जो कर पाओगे, कुछ नूतन परिवेश अगर ला पाओगे, इस मधुबन को ...
वरना...सूखे पत्ते किसे पसंद आते हैं। वरना...सूखे पत्ते किसे पसंद आते हैं।