अभी तक गूँज जो रही हैं कही अभी तक गूँज जो रही हैं कही
है मुश्किल ये राहें जहाँ है कांटों के रास्ते है मुश्किल ये राहें जहाँ है कांटों के रास्ते
कोमल- कोमल कलियों का खिलना मुझको अच्छा लगता है । कोमल- कोमल कलियों का खिलना मुझको अच्छा लगता है ।
राह भटका दी जाओगी ऊँचा उठो जितना उठ सको खुद के पंजों पर राह भटका दी जाओगी ऊँचा उठो जितना उठ सको खुद के पंजों पर