STORYMIRROR

SHWETA Shubh Karan

Inspirational

2  

SHWETA Shubh Karan

Inspirational

रुक जाना नहीं

रुक जाना नहीं

1 min
164


रूक जाना नहीं

कहीं हार के तू

अभी मंज़िल है यहीं

कहीं दूर, कहीं दूर।


है मुश्किल ये राहें

जहाँ है कांटों के रास्ते

रूकना नहीं, थकना नहीं

चलते रहना इस डगर पर


मिलेगी मंज़िल तुझे यहीं

आज नहीं तो कल।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational