संग संग बंध प्यार की डोर से जीवन में मधुरता लाते हैं। संग संग बंध प्यार की डोर से जीवन में मधुरता लाते हैं।
वो सिमटा रहेगा सिर्फ पन्नों तलक, फिर वही सब लेकिन आखिर कब तक ? वो सिमटा रहेगा सिर्फ पन्नों तलक, फिर वही सब लेकिन आखिर कब तक ?
संस्कार संस्कृति की धन्य धरोहर मां भारती के मूल्यों का राष्ट्र समाज में अलख जगाएं ! संस्कार संस्कृति की धन्य धरोहर मां भारती के मूल्यों का राष्ट्र समाज में अलख ...
उड़ो उड़ो रुक गए पथिक क्यों, अभी तो मंजिल आगे है। देखो कितने भाई तुम्हारे, उस क्षितिज के पीछे भागे ... उड़ो उड़ो रुक गए पथिक क्यों, अभी तो मंजिल आगे है। देखो कितने भाई तुम्हारे, उस क...
अपनी अस्मिता को खोजने का कर रही है प्रयास आज। अपनी अस्मिता को खोजने का कर रही है प्रयास आज।
इन्हीं औरतों की नस्लें छीन लाती हैं तुम्हारे लिए इंद्रधनुष के सारे रंग। इन्हीं औरतों की नस्लें छीन लाती हैं तुम्हारे लिए इंद्रधनुष के सारे रंग।