"फूल का संदेश"
"फूल का संदेश"
फूल का संदेश यही
सदा सुवासित रहना।
आज खिले कल मुरझाना है
नियति से चिंतित क्यूं रहना?.
प्रेमियों के प्रेम पत्र की यादें
शोणित बनकर संजोना।
कभी सेज पर, कभी कफ़न पर
कभी हवन में ज्वलित होना।
पर हर हाल में एक सी खुशबू
हर बार बिखेरते रहना।
चाहे जीवन रहे ना रहे
खिलते मुस्कुराते रहना।
फूलों का संदेश यही है
यही है इनका कहना।
मुस्कान अच्छी लगती है,
जिंदगी के साथ भी।
जिंदगी के बाद भी।
