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अपर्णा गुप्ता

Romance

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अपर्णा गुप्ता

Romance

एक सोच

एक सोच

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जिन्दगी को जिन्दगी से मिला दे

आज मिल और हर गम भुला दे


ना तू करे कोई भी गिला मुझसे

आ मुझे फिर तू गले से लगा ले


न हम रखे किसी पल का हिसाब 

तेरे आगोश में दुनिया को भुला दे


कल का ना यकीं मिले ना मिले 

आज मिलकर इक घर बसा ले


मौत करे दूर इससे पहले ए दोस्त 

जिन्दगी को हम मुहब्बत बना दे।


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