जीवित प्रभु पिता
जीवित प्रभु पिता
प्यार हो माँ-सा, पर अलग तस्वीर रखते हैं
इसी जीवित प्रभु प्रतिमा को पिता कहते हैं
हर मुश्किल पल में बने आप हमारा साया
कैसे करेंगे मुकाबला आपने ये सिखलाया
राह होती सुनसान गर आपका न हो साया
ज़िंदगी थी वीरान,जब इस दुनिया मेंआया
हैं पथ-प्रदर्शक ऊपर सदैव गम्भीर रहते हैं
इसी जीवित प्रभु प्रतिमा को पिता कहते हैं।