STORYMIRROR

Bhavna Thaker

Romance

3  

Bhavna Thaker

Romance

जब तू याद आए

जब तू याद आए

1 min
298


धनक तेरी चाहत की

छायी मेरे हसीन खुमार पे 

रुख़ ए जमाल पे 

क्या रंग छाए हया के

अबीर सुगंधित 

लाल गुलाल छाया 

जब जब तू मुझे

बेइन्तेहाँ याद आया..!


खिली पलाश कलियाँ 

अमलतास मुसकाया 

बिना वजह

धड़कन पे 

जब जब तेरा नाम आया..!


हुई चोली तंग 

उड़ी चुनरी बयार संग 

आसमान केसरिया 

शाम ले आया 

जब जब

होठों पे तेरा नाम

ठहर आया..!


ना रंग ना 

पिचकारी 

ना भाँग ना

पान कत्था कपूरी 

बिन होली के रंग गई 

जब जब तू बेशूमार

याद आया..!


हया की शौख़ी

मल गई नयन में

छवि तेरी जम गई नज़र में

जब जब तूने मुझे 

देखा चाहत से

खुद को तेरे नज़दीक

और नज़दीक पाया।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance