तुम्हें भी मुझसे प्रेम है
तुम्हें भी मुझसे प्रेम है
मेरे बार -बार इंकार करने पर भी,
तुम समझ जाते हो कि,
कहीं कुछ तो गड़बड़ है,
तब मैं जान ही जाती हूँ कि,
तुम्हें भी मुझसे उतना ही प्रेम है,
जितना कि मुझे तुमसे।
जब खाने में बनती है खिचड़ी,
आज कुछ ज्यादा ही काम था,
कहते हुए खुद ही सलाद तैयार कर देते हो,
पापड़ सेंक देते हो तो,
तब मैं समझ ही जाती हूँ कि,
तुम्हें भी मुझसे उतना ही प्रेम है,
जितना कि मुझे तुमसे।