जान का जन्मदिन
जान का जन्मदिन
एक नन्ही सी मासूम
कली आई मेरे आंगन में.....
फुलों कि तारों की हसरत
पाली थी कभी, ले आई उन्हें
अपनी मासूम सी हंसी से मेरी झोली में....
खिलखिलाती हंसी उसकी
अनगिनत खुशियों को ले आई आंगन में. ...
पिता का मान और अभिमान बन
नाम करती रोशन हर क्षेत्र और कोने में. ....
बच्चे की तरह ना रह कर ज्ञान दे जाती
अपनी बातों से, जो समझ ना आये
बड़ों के भी समझाने में...
कभी ना कि शिकायत उसने बेशक
दुनिया लगी रही उसे भटकाने में. ...
बड़ों की तरह वह व्यवहार कर जाती
कभी कभी बिना बोले भी लग जाती डराने में..
हर सपना करूं साकार उसका
बस है यही तमन्ना मेरे जीवन विराने में. ..
जन्मदिन है आज मेरी लाडली का
जो बेटी है सबसे अलग मेरी पुरे जमाने में. ..
खुशियों से हो दामन तेरा हर पल हरा भरा
संभल कर चलना मेरी लाडो आस्तीन के सांप
छुपे बेठे हैं पुरे जमाने में....
जन्मदिन की शुभकामनाएं तुम को
तुम नायाब हो मेरी जान पूरे जमाने में ।।