सादगी के बारे में... सादगी के बारे में...
हर खुलते हुए लब का मिलेगा तुम्हें ज़वाब, हर नज़राना होगा नायाब। हर खुलते हुए लब का मिलेगा तुम्हें ज़वाब, हर नज़राना होगा नायाब।
जान कर भी अनजान रह गया आखिर कैसे तू बह गया। जान कर भी अनजान रह गया आखिर कैसे तू बह गया।
वो खुद में एक किताब रखते हैं। वो खुद में एक किताब रखते हैं।
सब शरारती दोस्त हैं बड़े प्यारे प्यारे, सब शरारती दोस्त हैं बड़े प्यारे प्यारे,
पर कितनों को इन पर जान न्योछावर करते देखा है। पर कितनों को इन पर जान न्योछावर करते देखा है।