जादू वाला शेर
जादू वाला शेर
🦁✨ जादू वाला शेर ✨🦁 (कविता बच्चों के लिए) 🌳 पन्ना 1 : जादुई जंगल एक था प्यारा जादुई जंगल, चिड़ियाँ गातीं मंगल-मंगल। पेड़ों की पत्तियाँ हँसती थीं, नदियाँ मीठे गीत सुनाती थीं। उसी जंगल में रहता था, सबसे अलग, सबसे निराला, सुनहरी अयाल वाला एक शेर, सब कहते — “जादू का रखवाला!” 🦁 पन्ना 2 : जादू वाला शेर आँखों में चमक, अयाल सुनहरी, चाल उसकी थी बड़ी ही गहरी। जब वह हँसता, फूल खिल जाते, सूखी डाल पर पत्ते आ जाते। उसकी दहाड़ से डर नहीं लगता, उसकी दहाड़ से हौसला जगता। 🌈 पन्ना 3 : उसका प्यारा जादू जहाँ वह चलता, रंग बरसते, नीले, पीले, लाल चमकते। उसके पंजों से चिंगारी नहीं, प्यार भरी रोशनी झरती थी। उड़ते बादल मुस्काते थे, इंद्रधनुष भी झुक जाता था, “लो, जादू वाला शेर आया!” हर बच्चा खुश हो जाता था। 🐰 पन्ना 4 : डरपोक खरगोश की मदद एक दिन छोटा सा खरगोश, काँप रहा था थर-थर-थर। काला बादल गरजा ऊपर, बिजली कूदी इधर-उधर। शेर ने उसको गले लगाया, प्यारी-सी मुस्कान दिखाई, “डर मत दोस्त, मैं हूँ ना!” और बारिश थम-थम कर आई। 👧🧒 पन्ना 5 : बच्चों का दोस्त बच्चे उस पर बैठकर आते, अपने सपने उसे सुनाते। कोई बोला — “मैं डॉक्टर बनूँ!” कोई बोला — “मैं उड़ जाऊँ!” शेर सभी को हिम्मत देता, प्यार का मीठा गीत सिखाता, “मेहनत से ही जादू बनता है,” वह रोज़ सभी को समझाता। 🌙 पन्ना 6 : रात की जादुई दहाड़ जब जंगल उदास हो जाता, चाँद भी धीमे रोता था, तब जादू वाला शेर खड़ा होकर, आकाश तक जोर से दहाड़ता था। पर उसकी दहाड़ में डर नहीं, बस हिम्मत की सदा होती थी, सोया हुआ साहस जाग उठता, हर कमजोर आत्मा बड़ी होती थी। ⭐ अंतिम पन्ना : बच्चों के लिए संदेश आज भी कहते हैं पेड़-पहाड़, उस शेर का जादू ज़िंदा है। जो सच बोले, जो अच्छा बने, उसी के दिल में वह शेर बसता है। डरो मत बच्चों, साहस रखो, प्यार बाँटो, नफ़रत छोड़ो, जादू बाहर नहीं, तुममें है — बस अच्छे बनने की आदत जोड़ो।
