इश्क़ को भी इश्क़ से इश्क़ हो जाने दो,
इश्क़ को भी इश्क़ से इश्क़ हो जाने दो,
अभी-अभी तो हुआ है इश्क़,
इश्क़ की इन्तिहा हो जाने दो
मुस्कुराहट को अश्कों में भींग जाने दो,
अश्कों को मुस्कुराने दो,
भूले हुए थे हम इस जहां को,
हमें खुद को भूल जाने दो,
ज़मीं को भी अर्श से इश्क़ हो जाने दो,
हर साँस पर इश्क़ का नाम लिख जाने दो,
अक्स किसी और का आईने में नज़र आने दो,
रंगत-ए-इश्क़ रूह पर चढ़ जाने दो,
इश्क़ को भी इश्क़ से इश्क़ हो जाने दो,
इश्क़ की इन्तिहा हो जाने दो।

