इन आँखों ने
इन आँखों ने
इन आँखों ने बचपन में माँ पर अत्याचार होते देखा
पर मासूम तब समझ न पाई
इन आँखों ने बचपन में अपनों से घाव देते हुए देखा
पर उन हाथों को रोक न पाई
इन आँखों ने शादी के बाद धोखा होते देखा
पर किसी को कह न पाई
इन आँखों ने बहन का जनाज़ा जाते देखा
पर उसे रोक न पाई
इन आँखों ने आख़री सांस महसूस करके देखा
पर ख़ुद को मार न पाई
इन आँखों ने प्यार के लिए ख़ुद को तकलीफ़ देते देखा
पर प्यार को दुःखी न कर पाई
इन आँखों ने बहुत आँसू बहा लिए छोटी से उम्र में
और ख़ुद उन आँसुओ को पोंछना सीख गई।