तमाशा
तमाशा
तेरा मिलना
कोई हादसा तो न था
लेकिन
तेरे मिलने
और बिछड़ने
के बीच
हुए वो हादसे
कि जिंदगी
हादसों
की बस्ती बन कर रह गई।
तेरा मिलना
रब की रजा थी या नहीं
ये तो समझ नहीं आया
लेकिन तेरे मिलने से
ये दुनिया
जो दोस्ताना लगती थी
मेरी दुश्मन बन कर रह गई।
अजीब हादसों
से दो-चार
होते रहे
मिलते रहे
बिछड़ते रहे
खेल ही लगता था सब
लेकिन इस खेल में
तू कब हाथ छोड़ कर चल दी
पता भी न चला
मोहब्बत के इस खेल में
मैं सिर्फ एक किरदार
और मेरी जिंदगी
सिर्फ एक तमाशा
बनकर रह गई।