इमोशनल फूल
इमोशनल फूल


लोगों को अक्सर ये कहते सुना,
औरते इमोशनल फूल होती हैं..
लगा वाकई में,
हम इमोशनल फूल्स होती हैं
क्योंकि हम जानती हैं
की इस मर्दो के समाज में
हमें कभी सम्मान नहीं मिलेगा,
फिर भी हम नौ महीने का
दर्द सह कर इन्हे जन्म देती हैं
हम इमोशनल फूल्स होती हैं,
क्योंकि इन लोगों को हम ही
पूरे दो साल अपनी छाती
से लगा कर रखती हैं
हम इमोशनल फूल्स होती हैं,
एक माँ शब्द सुनने के लिये
अपना सबकुछ छोड़कर
इनके पीछे पागलों की
तरह लगी रहती हैं
हम इमोशनल फूल्स होती हैं
क्योंकि इन्हीं लोगों की
खुशी मात्र के लिये
हम त्याग देती हैं
अपना सुख चैन नींद सब
हम इमोशनल फूल्स होती हैं
क्योंकि हमें अपने परिवार में
ही नज़र आता हैं
अपना सबकुछ
और जिस दिन हम
इमोशनल फूल्स से
रोने की जगह हँसना
चुन लिया
बर्बाद हो जायेंगे
कई परिवार
जिस दिन हमने
बच्चों को जन्म देना
छोड़ दिया रुक
जायेगा ये संसार
ना बनना हमें सीता,
ना करो राधा सा प्रेम,
ना पूजो हमें,
ना बनाओ भगवान
बस इतनी सी इल्तज़ा हैं
दे दो थोड़ा सम्मान
बस थोड़ा सा सम्मान..