STORYMIRROR

Manoj Gupta

Tragedy Inspirational

3  

Manoj Gupta

Tragedy Inspirational

आजादी

आजादी

1 min
203

मिली है हमको आजादी 1947 में

नहीं तो पहले करते थे अंग्रेजों की गुलामी में

वो जो कहते थे करना पड़ता ना कोई और चारा था

उस समय फिरंगी के आगे यह भारत देश हारा था

तभी आवाज उठाई भारत के कुछ जवानों ने

ली मन में ठान भारत को फिरंगी से छुड़ाने में

कोई हिंसा की राह चला कोई अहिंसा की राह चला

कोई लाठी लेकर लड़ा कोई बंदूक लेकर लड़ा

गुमनाम लोगों ने इस युद्ध में अपनी जान गंवा दी

बस इसी हौसले से कि भारत में आएगा आजादी

कोई चढ़ गया फांसी पर किसी को मार दिया गया गोली

गया खेला इस युद्ध में भयंकर खून की होली

मगर इस होली में शहीदों का खून जाया नहीं गया

और मजबूरन फिरंगी को देश से भागना पड़ा 

फिर 1947 में मिली हमको यह आजादी

कभी ना भूल पाएंगे उनको जिन्होंने हमें दिलवाई है आजादी


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy