STORYMIRROR

Neha Dhama

Romance Tragedy

3  

Neha Dhama

Romance Tragedy

क्यों

क्यों

1 min
147


क्यों तेरी आंखे भावशून्य हैं 

क्यों लबो पर ये खामोशी छाई है 

आंसुओं से लिख भेजी तहरीर

 क्यों तेरे दिल तक नहीं पहुंच पाई हैं 

 दस्तक दे रही दिल के दरवाजे पर

क्यों तुमको नहीं सुनाई दे रही है

क्यों इतना इम्तहान ले रही जिंदगी

 दर कदम दर फासला बढ़ा रही है

करूं कोशिश जितनी पास आने की

तेरी बेरुखी तुझे मुझसे दूर ले जा रही हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance