एक समय की बात है
एक समय की बात है


एक समय की बात है जब,
जब स्कूलों में फोन ले जाना सख्त मना था
पर आज उसी फोंन पर पूरी स्कूल का कार्य संचालन होता है ।
एक समय की बात थी जब चिट्टीयों का रुतबा था ,
इन्तजार होता आने वाले पत्रों का, जिसे पढ़कर खुश होता मन ।
पर आज ई मेल ने सबको बदल दिया ।
एक समय था जब किसी का नम्बर याद रखकर एस टी डी करते ।
पर अब तो नाम के साथ डी पी ने पहचान बना ली अपनी ।
आगे जल्द प्रकाशित होगा ::::::::::