अंधेरे से लड़ो और उजाला कर दो
अंधेरे से लड़ो और उजाला कर दो
मन के दिव्य प्रकाश को जगा दो
शत्रु रूप कमजोरी, उदासी को ना बढ़ने दो
रोक दो इनको आगे बढ़ने से,
करना प्रयास आगे बढ़ने का
क्या हुआ जो एक बार असफल हुये
उठकर एक बार फिर नया प्रयास जरूर करो
सुना है तुमने भी ओर हमने भी
असफलता ही सफलता की पहली कुंजी है
उस कुंजी को सुनहरी ताकत बना लो
पर पराजय का भार लिए उदास होकर मत रोना
अगर जीत ना सकोगे तो कोई बात नहीं
पर प्रयास तो किया उसका सुख तो मिलेगा
हर खेल में एक हार तो एक जीत निश्चित है
जीत ना सही हार ही सही पर एक सीख भी निश्चित है।
यही सोच कर एक बार फिर से नया प्रयास तो कर दो
मन के कोमल रूपी हृदय को जीत का संघर्ष बना दो
अंधेरे से लड़ो और उजाला कर दो।