कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं...
कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं...
कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं....
भगत सिंह का अनुयायी हूँ, कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं।।
उनकी शहादत पर राजनीति करना, कैसे कभी भुला दूँ मैं।।
हे गाँधी तुमको राष्ट्र पिता, कहना मुझको नहीं भाता है।
सुभाष के निष्कासन का खेला, नजरों के सामने आता है।
तुम ही बोलो गाँधी बाबा तुम्हें मन में कैसे सजा लूँ मैं।। ...
भगत सिंह का अनुयायी हूँ, कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं।।...
आंदोलन को वापिस लेना, अब कैसे भूल पाऊँगा मैं।
अंग्रेजों की चाटुकारिता, कैसे अब नहीं बताऊंगा मैं।
तुम ही बोलो गाँधी बाबा,
तुम्हें जन जन में कैसे ढालू मैं।। ..
भगत सिंह का अनुयायी हूँ, कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं।।..
हिन्दुओं की लाशों पर तुमने, तुष्टिकरण का खेल सजाया था ।
प्यारे नेहरू को राहत देने, पाकिस्तान बनाया था।
पाक जनक के जन्मदिन पर, कैसे राष्ट्रीय पर्व मना लूँ मैं।।.
भगत सिंह का अनुयायी हूँ, कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं।।...
अपनी पोती को ब्रह्मचर्य का, साधन बना लिया तुमने।
ना जाने कितनी स्त्री के, तन को जरिया बना लिया तुमने।
ऐसे ब्रह्मचर्य को बताओ, कैसे आदर्श बना लूँ मैं।। ...
भगत सिंह का अनुयायी हूँ, कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं।।...
बापू तेरा अहिंसा का विचार, हिन्दुओं को नपुंसक बना गया।
मानसिकता पता न चली, और हिन्दुओं को छला गया।
सोमनाथ के विरोध को कैसे, मन से बाहर निकालूँ मैं।।....
भगत सिंह का अनुयायी हूँ, कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं।।...
आपकी महिमा का मंडन, कैसे 'सुओम' कर सकता है।
सरदार पटेल का पीएम पद, कौन यहाँ हर सकता है।
नेहरू के लिए पटेल का त्याग कैसे कहो पचा लूँ मैं।।...
भगत सिंह का अनुयायी हूँ, कैसे गाँधी दिवस मना लूँ मैं।।....
