हमकौ अबि पूंछत नाहिं.
हमकौ अबि पूंछत नाहिं.
हमकौ अबि पूंछत नाहिं,
तेरो अब कछु मतलब नाहिं,
भूल जईऔ अबि हमहि को,
जब प्यार को समझै नाहिं।
तुमसे अबि न कहिहौं कबहूं,
मेरे प्यार की धुन सुनिहौं कबहूं,
जा तोय हम दुआ करिहैं प्रभु,
होय न दुख पीड़ा तोय कबहूं।
हमारो प्यार सच्चो होईये तौ मिलैगें,
ऐसो अब नाहिं सोचौं जो हम मिलैंगे।
प्यार पाने होत जिसै वौ छोड़ै नाय,
सच्चो प्यार कबहूं बिछड़त नाय।
