कबूल हो
कबूल हो
दुनिया तुम्हे लाख बुरा कहे
फिर भी तुम हमें कबूल हो
भले ही हाथ मेरा तुम छोड़ दो
फिर भी तुम हमें कबूल हो
कभी भी तुम मुझसे बात न करो
फिर भी तुम हमें कबूल हो
तुम्हारी याद में हम तड़पते रहे
फिर भी तुम हमें कबूल हो
ताऊम्र रहो तुम किसी और के साथ
फिर भी तुम हमें कबूल हो
नफरत में कर दो तुम सारी हदें पार
फिर भी तुम हमें कबूल हो।