तेरा नाम नहीं लेते
तेरा नाम नहीं लेते
मेरे हर अल्फाज में तेरा नाम छिपा है
भरी महफिल में कभी तेरा नाम नही लेते
अपने आप ही जी लेते है अपने गम में
किसी को खबर तक होने नहीं देते
तुम नजर के सामने से गुजर जाते हो
हम नजर उठा के कभी दीदार नहीं करते
हजार वादे कसमे तो सभी खाते हैं
जिन्दगी भर का साथ सभी नहीं देते
दिल में यादें दफन है तुम्हारी अब
हर किसी से तुम्हारी हम बात नहीं करते।