कितना समझाया कि उसे पास-ए-वफ़ा न था और मैं हूँ की जुनून करता चला जाता हूं कितना समझाया कि उसे पास-ए-वफ़ा न था और मैं हूँ की जुनून करता चला जाता हूं
जा तोय हम दुआ करिहैं प्रभु, होय न दुख पीड़ा तोय कबहूं। जा तोय हम दुआ करिहैं प्रभु, होय न दुख पीड़ा तोय कबहूं।
मेहंदी रचे हथेली यह तेरे हर रंगों के फूल खिला देते हसीन ख्वाबों में मेरे मेहंदी रचे हथेली यह तेरे हर रंगों के फूल खिला देते हसीन ख्वाबों में...