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हमारी क़ब्र

हमारी क़ब्र

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आज प्यार करते नहीं थकते है जो

कल वो ही खोदेगें गड्ढे हमारी क़ब्र के

अब इनके प्यार का मोल मैं लगाऊं कैसे

है साथ मेरे बस यही बहुत है



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