STORYMIRROR

Maheswar sahoo

Drama

2  

Maheswar sahoo

Drama

हमारा देश धर्म निरपेक्ष

हमारा देश धर्म निरपेक्ष

1 min
288

गोद में तो रोया नहीं,

आँखों में तो आँसू नहीं 

खून तो सबका लाल है

ये तो है भारत माँ का लाडला। 

  

बहत है भोले भाला 

गम तो माँ का है  

हमारा देश धर्म निरपेक्ष है

कितना भी रुलाओ

 रोने का माँ को गम नहीं। 


आदत ही माँ को पड़ी है

जो वीर है भी माँ की 

जो कायर है वे भी 

सब भारत माँ की औलाद है।


उसका पानी उसकी हवा 

उसकी गोद उसकी मि़ट्टी 

उसमें धर्म नहीं है 

हमारा देश धर्म निरपेक्ष है।


 स्नेह और श्रृद्धा की 

प्यार और मोहब्बत की 

कमी तो किसमें नहीं है

जाति धर्म को छोड़कर सबने। 


एकता मंत्र में मिलना 

हर औलाद का कर्तव्य है 

 हमारा देश धर्म निरपेक्ष है।


एक लाठी टूटना 

देर नहीं लगता

अनेकों को हमें मिलाना है

जब मिल जाये पूरी माँ की औलाद 

हिल जायेगी पूरी दुनिया। 


तब दुश्मन कहाँ से आता है 

हमारा देश धर्म निरपेक्ष है।

राजनीति का खेल 

 हुई है खतरनाक 

  

धर्म धर्म मैं लड़ाई है

हम सब मिलझुल के रहेंगे साथ में

तब पाकिस्तान भी 

हजार बार सोचता है 

हमारा देश धर्म निरपेक्ष है।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama