हम सफ़र
हम सफ़र
आ के बस जा मेरे दिल में, मैं हूँ प्यार का सागर।
खुशियां दूंगा सारे जहां की, बन जा मेरी हमसफर।....
बहुत सितम सहे हैं तूने, दुःख की घड़ियां बीत गई।
तुझको मिलेगी तेरी मंजिल, सुख की नदियां बहे रही।
खुला है प्रेम मंदिर मेरा, वो है तेरा आशियाना।
कर ले बसेरा इस मंदिर में, कभी मायूस न होना।
मैं हूँ तेरे दिल की धड़कन, उसमें ताल मिलाना।
गायेंगे दोनों साथ मिलकर, प्यार का गीत सुहाना।
प्यार दूंगा दिल से तुझे मैं, मिटा दूंगा ज़ख्म पुराने।
वादे निभाऊंगा युगों युगों के, "मुरली" प्यार से पुकारे।

