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sunil saxena

Romance

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sunil saxena

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हम कहाँ गए तुम्हारे बिना कभी पूछो हमदम

हम कहाँ गए तुम्हारे बिना कभी पूछो हमदम

2 mins
119


हम कहाँ गए तुम्हारे बिना कभी पूछो हमदम

हम क्या हो गए तुम्हारे बिना कभी पूछो तो

एक नज़र उठा के देख लो हम हैं तुम्हारे गीजर

आपका यूँ आना गज़ब ढा गया

यूँ तो महफ़िल थी गज़ब पहले से सनम

उसपे आपका यूँ मुस्कुराना सितम ढा गया

आपका यूँ बुलाना मंजूर था

आपने यूँ बुलाया मज़ा आ गया

आपने यूँ बुलाया मज़ा आ गया

आपके पास आए तो भूले सनम

कि हम हैं किसी और के सनम

आपका यूँ मानना गज़ब ढा गया

हाल ये है तो पूछो मेरे सनम

आपके ही पैरों पे आ गिरे हैं सनम

आप ही की हर अदा पे मर मीटे हैं सनम

हम कहाँ गए तुम्हारे बिना कभी पूछो हमदम

हम क्या हो गए तुम्हारे बिना कभी पूछो तो

एक नज़र उठा के देख लो हम हैं तुम्हारे गीजर

आप ही के आगे मर मिटेंगे सनम

आपका यूँ लुभाना गज़ब ढा गया

आपकी हर अदा पे फ़िदा हैं सनम

आपका यूँ मुस्कुराना गज़ब ढा गया

आपने जो कहा वो माना सनम

भूलेंगे हर किसीको के वो हैं मेरे सनम

लुटा देंगे हर किसी पे आप ही के सितम

जो कहोगे वोही करेंगे सनम

तुम सूरज को अगर चांदनी कहो तो चांदनी कहेंगे 

मर मीटे हर अदा पे तुम्हारी सनम

आपका यूँ धुतलाना सितम ढा गया

हर कदम पे आप ही के हैं सनम

आपका यूँ शर्माना गज़ब ढा गया

हर किसी को जो भूले हैं

की किसी के हैं वो भी सनम

आपने जो कहा वो माना सनम

हर किसी को भूले हैं हम ए हमदम

आपका यूँ इतराना गज़ब ढा गया

हर किसी पे फ़िदा थे हम ए सनम

आपका यूँ आना गज़ब ढा गया

हर किसी की अदा है तुमपे फीकी सनम

उसपे आपका यूँ शर्माना गज़ब ढा गया

हर नज़र है हमारी तुमपे सनम

उसपे आपका यूँ इतराना गज़ब ढा गया

हम जो आए वहिं पे , जहाँ तुम थे सनम

महफिलों का जमना शुरू हो गया

जो तुमको हो पसंद वही बात करेंगे

तुम्हारी हर बात को सर आँखों से ऊपर मानेंगे हमदम

जो तुम आए तो बहार आई

जो तुम कहो तो भूल जायें की हम हैं किसी और के सनम

हर किसी की आस है तुमपे

और तुम्हारी आहट है सिर्फ हमारे लिए

तुम्हारी मुस्कराहट है सिर्फ हमारे लिए

हर किसी की आँखे ले रही हैं साँस

सिर्फ तुम्हे ही देख के ही

और तुम्हारी तिरछी नज़र है सिर्फ हम पे ही

सर कटा देंगे तुम्हारी इक नज़र के लिए

हम कहाँ गए तुम्हारे बिना कभी पूछो हमदम

हम क्या हो गए तुम्हारे बिना कभी पूछो तो

एक नज़र उठा के देख लो हम हैं तुम्हारे गीजर

आपका यूँ मुस्कुराना गज़ब ढा गया

आप आए तो महफ़िल जमने लगी

उसपे आपका गुन गुनाना गज़ब ढा गया

हम कहाँ गए तुम्हारे बिना कभी पूछो हमदम

हम क्या हो गए तुम्हारे बिना कभी पूछो तो

एक नज़र उठा के देख लो हम हैं तुम्हारे गीजर

आपका यूँ मुस्कुराना गज़ब ढा गया

आप ही हैं हमारे सनम किसी को ना पता

आपका यूँ मुस्कुराना गज़ब ढा गया

हम कहाँ गए तुम्हारे बिना कभी पूछो हमदम

हम क्या हो गए तुम्हारे बिना कभी पूछो तो

एक नज़र उठा के देख लो हम हैं तुम्हारे गीजर…..


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