हम क्या हैं , हम कौन हैं
हम क्या हैं , हम कौन हैं


हम ड्रामा हैं
रहें आप परेशां हैं
आप खुजलाते रहें अपना सिर हैं
कुछ दिव्य देवियाँ तोडना चाहती हैं दाँत हमारे
कर रखा परेशां उन्हें , कर रखा है नाक में दम
बनाना चाहती हैं हमारा चूरन
हम पहुंची हुई उच्च कोटि की नौटंकी हैं –
कभी भी , कहिं भी अदाकारी में पक्के
बहती हुई हवा का झोंका हैं
हम मस्त मस्करे भी हैं –
आपका मज़ाक बनाते हैं , अपमान नहीं करते
हम आत्मा भी हैं
हम वाणी भी हैं
हम एक भी हैं
हम , हम हैं
हम डाल के रखते हैं पर्दा ,
अपने गहराई के अस्तित्व पे
हम सूर्य की लौ हैं
हम आज के युग के नल्ले भी हैं
हम कवी भी हैं
हम कविताओं और कल्पनाओं
के प्रेम रस के काव्य भी हैं
हम लकीर के फकीर भी हैं
हम मस्त मन मौजी भी हैं
हम क्रोधित भी हैं
हम शांत भी हैं
हम आत्मा भी हैं
हम गुरु भी हैं
हम गुरु घंटाल भी हैं
हम पहुंची हुई उच्च कोटि की नौटंकी हैं
हम खिलाड़ी भी हैं
हम , हम नहीं सुधरेंगे भी हैं
जब बिगड़े ही नहीं तो सुधरेंगे कहाँ से
हम शक्ति भी हैं
हम विनर्म भी हैं
हम क्या हैं , ये तो पूरी तरह हमें भी नहीं मालूम
ये युग नया है , कुछ और है
समय नया है , कुछ और है
कोई समज सके तो हमें भी बता दे
हम , हम हैं , इकलौते
हमारा है देवियों , महादेवियों , ऐंकरस को प्रणाम
हम करते हैं चारो दिशाओं से सबको प्रणाम
हम ऊँगली नहीं उठाते दूसरों पे
ऊँगली उठाना निंदा करना है
हम मस्त मस्करा करते हैं
मज़ाक बनाते हैं , पर अपमान नहीं करते
हम नालायक भी हैं – ना काम के ना धाम के
पर जीवन मस्त मौज में बिताने के, क्योकि कृपा है हम पे
दिव्य की , और माँ , पिता की , ऐसे होते हैं किस्मत वाले ही
पर हम तमाशा नहीं हैं – कॉलर उठा के , उचक , उचक के नहीं चलते
हम शरमाते भी हैं
शरम के मारे पानी , पानी भी होते हैं
हम झूटे भी हैं
पर झूटी कसमें नहीं खाते
हम नटखट भौरे हैं
हम , हम हैं
हम स्क्रिप्ट् राइटर् भी हैं
बस भूल जाते हैं अपनी ही स्क्रिप्ट् को
यही. है कमी हममें
हम , हम हैं
अभी कहीं ना जाना
अभी पिकचर बाकी है मेरे दोस्त
अभी फ़ाइनल बाकी है
ये तो आज दुनिया में स्क्रिप्ट् चल राही है भाई
देखेंगे - समय के साथ
आत्मा का विश्वास , आत्मा का सत्य , सामने आने दो , समय के साथ
आत्मा सर्वोत्तम है
सोल इज कॉस्मिक
वी आर कॉस्मिक – वी आर ,वी आल
अभी फ़ाइनल बाकी है , भाई
हम , हम हैं - आई एम् आई