हम गुरु घंटाल भी हैं हम पहुंची हुई उच्च कोटि की नौटंकी हैं ! हम गुरु घंटाल भी हैं हम पहुंची हुई उच्च कोटि की नौटंकी हैं !
नेताजी भाई नेता जीकहते इनको नेता जी, इंसानियत मर गयी इनकी जीते जी! नेताजी भाई नेता जीकहते इनको नेता जी, इंसानियत मर गयी इनकी जीते जी!
क्या क्या गंवा बैठे है हम? आप दोषी बना रहे है ये दूरियां क्या क्या गंवा बैठे है हम? आप दोषी बना रहे है ये दूरियां