वक़्त की चाल बड़ी बेरहम होती है नीयत सुधार कर जीवन जीना होगा खुशी से। वक़्त की चाल बड़ी बेरहम होती है नीयत सुधार कर जीवन जीना होगा खुशी से।
आँसू हृदय में छिपाते देख रही हूँ। बेटे की आँखों में सपने देख रही हूँ। आँसू हृदय में छिपाते देख रही हूँ। बेटे की आँखों में सपने देख रही हूँ।
हमें क्या? हमने तो पंचशील गुटनिरपेक्ष को ताक पर रख दिया है। रूस से तो हमें बहुत कुछ सीखन... हमें क्या? हमने तो पंचशील गुटनिरपेक्ष को ताक पर रख दिया है। रूस से तो ह...
माँ का हरबार फ़ोन पे कहना कि बेटा अपना ध्यान रखना, पिता का मुझे फ़ोन पे कहना कि मन लगाकर माँ का हरबार फ़ोन पे कहना कि बेटा अपना ध्यान रखना, पिता का मुझे फ़ोन पे कहना कि...
सुख-सुविधा में रहकर कोई जीवन चाहता था बुनना। सुख-सुविधा में रहकर कोई जीवन चाहता था बुनना।
विदेश में बेटा परायी स्त्री से प्रेम जताऐगा। पर माँ ने ये न सोचा कि बेटा भूल जाऐगा। विदेश में बेटा परायी स्त्री से प्रेम जताऐगा। पर माँ ने ये न सोचा कि ब...