कान के नीचे दो
कान के नीचे दो
लगेगा भाई लगेगा कान के नीचे दो लगेगा
ज़ोर का झटका लगेगा
दिलाएगी नानी याद दबा के
निकलेगी हवा बजा के शोर
के मच गया शोर, ज़ोर की झटका ज़ोर से लगा
लड़की आ गई अपने ही रौद्र रूप में
बजा दिया बैंड बाजा एक ही कान के नीचे में
सूँघा देगी अपने पैरों की धुल, कान के नीचे,
दूसरे से पहले ही
लगेगी भाई लगेगी कान के नीचे लगेगी
पेड़ेगी भाई पेड़ेगी कान के नीचे पेड़ेगी
आज ना छोड़ेंगी, आईं हैं सब घोड़े पे सवार
बजाने हमारी तूती बार बार आज, के बाद
पेड़ेगी भाई पेड़ेगी कान के नीचे पेड़ेगी
ज़ोर ज़ोर की पेड़ेगी
आज, के बाद बार बार हर बार