रेत यूँ तो हाथ से फिसलता है, जितना ज़ोर लगाओ... रेत यूँ तो हाथ से फिसलता है, जितना ज़ोर लगाओ...
तो इस नाज़ुक से दिल को हम कैसे समझाए... तो इस नाज़ुक से दिल को हम कैसे समझाए...
निकलेगी हवा बजा के शोर के मच गया शोर, ज़ोर की झटका ज़ोर से लगा निकलेगी हवा बजा के शोर के मच गया शोर, ज़ोर की झटका ज़ोर से लगा